शोर मचाती
उन मशीनों को,
कभी
ज़रा गौर से
सुनना ____
कहीं वो तुम
पे हंस तो
नहीं रही।
-------------------------------------------
ख्यालों में पसरे
सन्नाटे ,
और
तुम्हारे रूम तक
जाती सीढियां
दोनों ही आलसी
हैं।
------------------------------------------
न्यूटन के सिर पे
सेब का गिरना
और
मेरा तुमसे मिलना एक जैसी
ही घटना थी ।
Comments
Post a Comment