नशा है उतरने में वक़्त लगता है
टूटा हुआ दिल जुड़ने में वक़्त लगता है
क्यूँ चढ़ते हो इतनी ख्यालों की सीढ़ियां
जबकि तुमको ऊंचाइयों से डर लगता है
तिनाली पर खड़े उस पागल की तरह हो तुम
जिसकी बातों से शहर बेफिकर लगता है
रात के कंधों पे चढ़ा हुआ ये चाँद
क्यूँ वजूद से अपने बेख़बर लगता है.
तिनाली( assamese) - तिराहा
टूटा हुआ दिल जुड़ने में वक़्त लगता है
क्यूँ चढ़ते हो इतनी ख्यालों की सीढ़ियां
जबकि तुमको ऊंचाइयों से डर लगता है
तिनाली पर खड़े उस पागल की तरह हो तुम
जिसकी बातों से शहर बेफिकर लगता है
रात के कंधों पे चढ़ा हुआ ये चाँद
क्यूँ वजूद से अपने बेख़बर लगता है.
तिनाली( assamese) - तिराहा
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