बहुत दुर तक अभी जाना है.... इरादों की सीढिया हैं , ख्वाहिसों से भरी है जेब कई खवाब हैं जिनके एड्रेस ढूढ़ने हैं . सुना है - एक खूबसूरत गाँव हैं ... जहाँ से मिलती हैं दिल की ट्रेने , किसी दिन बैठकर उसमे सारी दुनिया घूमूँगा . लेकिन उससे पहले - चढ़नी हैं सीढिया यादों को तह करके रखना है आलमारी में लगाने हैं ख्वाहिसों के पेड़ ढूढ़ने हैं कई एड्रेस. तब तक लिए , सफ़र जारी है ..........